अंजोर Anjor

अब पढ़ता कोई नहीं लिखते सभी हैं, शायद इसलिए कि सबसे अच्छा लिखा जाना अभी बाकी है!

15 September, 2022

दक्षिण भारत वाले क्या हमारी ही तरह मूर्ख हैं जो अपनी लुटिया डुबो लें

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हिन्दी दिवस के बहाने इसकी दुर्दशा पर विधवा विलाप करने वाले, उधार की जुबान बोलने व खिचड़ी संस्कृति जीने वाले। भाषाई गुलामी के शिकार हम नकलची प...
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26 April, 2022

ORGASM... हंगामा है क्यों बरपा???

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ऑर्गेज्म यानी चरमोत्कर्ष... यह शब्द कुछ दिनों से फेसबुक पर ट्रेंड में है। और टारगेट में हैं लेखिका सह पत्रकार अणुशक्ति सिंह। हालांकि इसके अर...
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28 January, 2022

चिट्ठी आई है, आई है...

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प्यारी पिरीति, Love you forever but miss you so much!!! हमको पता है ई चिठी तुम कबो नहीं पढ़ पाओगी। तभियो लिख रहा हूं। आंख भारी है और मन रो रह...
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02 January, 2022

यकीन मानिए भोजपुरी से आप हैं, भोजपुरी आपसे नहीं

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 बदलते दौर के साथ भोजपुरी इंडस्ट्री में ना जाने कितने गायक, कलाकार, अभिनेता उभरे, चमके हैं। लेकिन पवन सिंह और खेसारीलाल यादव की ठसक कुछ अलग ...
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पुरानी जींस और गिटार...

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चुरा लिया है तुमने जो दिल को..! दम मारो दम मिट जाए गम फिर बोलो सुबह शाम...! नीले नीले अंबर पर चांद जब आए, ऐ मेरे हमसफ़र एक ज़रा इंतज़ार..! ओ ओ ...

"बाछा आ बेटा के दूध पिआवल बांव ना जाला"

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90 का दशक भुलाए नहीं भूलता। इसी दशक में बचपन और किशोरावस्था दोनों ही बीते। तब मनोरंजन महंगा लेकिन दूध सस्ता था। संयुक्त परिवार था हमारा, पूर...

सरसों आज भी खिलते हैं, लेकिन वो बचपन कैसे लौटे

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'जरा सा झूम लूं मैं... अरे ना रे बाबा ना..!' यहीं गाना था, जिसे गाते हुए लाल फ्रॉक वाली बच्ची थिरक रही थी। पड़ोस के चाचा के यहां आई थ...
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नववर्ष 2022 की पाती...

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डियर 2022, हैपी न्यू ईयर!!! तुम्हें विश तो कल ही करना चाहता था। लेकिन हिम्मत नहीं हुई, उस मनहूस वर्ष के आखिर दिन में...। नया-नया आए हो, इसलि...
22 September, 2020

चोर कौन?

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कल बाजार में एक चोर को पीटते देखा घेरी थी दर्जनों की भीड़, मारो साले को... पूछा मैंने सामान इसने क्या हाथ लगाया है झट बोले, चुराए मोबाइल के स...
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21 September, 2020

अझुराइल जमाना

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खेती बाड़ी से नाता टूटल सउसे खेत बटाई उठल खायन पियन जाता छूटल भाई से बा भाई रूठल जेकरा से पूछ$ टाइम नइखे एके भइल बहाना बा फेसबुक-व्हाट्सअप मे...
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18 September, 2020

जिनगी नून तेल चाउर दाल ना ह$

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बीती जाला लड़िकाई हंसी खेल में बिना मेहरिया जवानी जाल ना ह$ बुझाला बादे जब चढ़ेला मउर माथे हर घड़ी गोटी एकर लाल ना ह$ जिनगी के आधार ह$ गृहस्थी ...
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16 September, 2020

कुआर के सिधरी

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जब चढ़ेला महीनवा कुआर खूबे छछनेला मनवा हमार नीक लागेना बहरा के नोकरी बड़ी इयाद आवे गांवे के सिधरी चेवरा होखे भा खेतवा बधार सगरो बहेला पनिया के...
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04 August, 2020

रोमांचक कहानी - CONFESSION

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"ऑर्डर...ऑर्डर, तमाम सबूतों व गवाहों के मद्देनज़र अदालत इस नतीज़े पर पहुंची है कि डॉ. आशीष अरोड़ा ने अपने स्टाफ़ पर इरादतन दबाव बनाया था। ...
01 August, 2020

कहानी - अवसर

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पिछले एक सप्ताह से मौसम खराब था, इस कदर कि खुलने का नाम ही नहीं ले रहा था। और आज तो हद हो गई थी, सुबह से मूसलाधार बारिश हो रही थी। कोसों तक...
30 July, 2020

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में त्रि-स्तरीय भाषा का स्वागत है, लेकिन...

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मेरी पांच वर्षीय बेटी गांव के एक निजी कान्वेंट में अपर किंडर गार्डन (यूकेजी) की छात्रा है। लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद है। इस कारण से घर पर ह...
12 July, 2020

"भोजपुरी में बतिआए के होखे त बोल$ ना त राम-राम"

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सोशल साइट्स पर गुजरात की महिला सिपाही सुनीता यादव का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वो अपने अधिकारी से एक मंत्री के लड़के की उदंडता ...
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26 June, 2020

"धीरे-धीरे हरवा चलइहे हरवहवा, गिरहत मिलले..!"

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अदरा चढ़े दो दिन हो गया था। देर रात से ही तेज बारिश हो रही थी। तीन बजे भोर में बालेसर काका की नींद टूट गई। ऐसे भी वे रोज़ चार बजे उठ ही जाते ...
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24 June, 2020

साहित्य में प्रेमचंद्र जैसा हो जाना सबके वश का नहीं

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मूसलाधार बरसात में गांव की फुस वाली मड़ई की ओरियानी चु रही हो। उसी मड़ई में आप खटिया पर लेटकर 'गबन' पढ़ रहे हों! तभी पुरवैया हवा के झो...
19 June, 2020

क्या सच में बिहार के नियोजित शिक्षक बोझ हैं?

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जब भी नियोजित शिक्षकों के बारे में लोगों की उल्टी-सीधी प्रतिक्रिया पढ़ता हूं। मन बेचैन हो जाता है। यदि कोई शिक्षक फेसबुक पर वेतनमान की मांग ...
17 June, 2020

डियर सुशांत, सहानुभूति तुमसे नहीं, बिहारी कलाकारों की बदक़िस्मती से है

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प्रिय सुशांत, नमस्ते अलविदा! मुझे पता है, यह चिट्ठी तुम तक नहीं पहुंच पाएगी। फिर भी लिख रहा हूं, बिना किसी आसरा के। इसमें कोई शक नहीं, ...
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नाचीज़ की तारीफ़

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श्रीकांत सौरभ
कनछेदवा, मोतिहारी, बिहार, India
साहित्य के अथाह समंदर का नवोदित तैराक हूं। किसी भी एक भाषा का मुक़म्मल ज्ञान नहीं, देवनागरी से बेपनाह मोहब्बत है। मेरा लिखा पढ़कर प्यार लुटाइए या नाराज़गी जताइए। लेकिन अपनी भावनाओं को छुपाइएगा मत।
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