डियर 2022,
हैपी न्यू ईयर!!!
तुम्हें विश तो कल ही करना चाहता था। लेकिन हिम्मत नहीं हुई, उस मनहूस वर्ष के आखिर दिन में...। नया-नया आए हो, इसलिए तुमसे ओरहन नहीं है। लेकिन बीते दो वर्षों ने हम करोडों मनुष्यों पर जो जुलुम किया है। उसका घाव भरने में जमाना लगेगा। हमारे लोगों के साथ हुई बेरहमी की 'भतार कथा' लिखी जाए तो 'अरबियन नाइट्स' से भी बड़ी बुक का रिकॉर्ड बन जाएगा।
खैर, तुमसे निहोरा है। आ ही गए हो तो अब शांति से रहो। आशा है कि कोरोना को 'बकोइया' चढ़ाए नहीं फिरोगे। नहीं तो डेल्टा, डेल्टा प्लस, ओमिकरोन से दिल लगाओगे तुम। और फिर से एक साल खराब होगा हमारा।
तुमसे कहने/सुनाने को बहुत कुछ है, लेकिन मूड नहीं बन रहा। हम अबर प्राणियों पर इस बार तुम्हारी दयादृष्टि बनी रहे बस यहीं दुआ है। फिलहाल तो इसी कामना के साथ विदा लेना चाहूंगा कि...
तीन वर्षों से रजाई में नुकाके, एमबीडी गेस चाटकर भी मैट्रिक/इंटर में लटक जा रहे फेलार्थी अबकी पास हो जाएं।
फेसबुक रील/मोजो/टकाटक पर वीडियो पर वीडियो डाल रहे छिलटुओं के व्यूअर/फॉलोवर मिलियन पार हो जाए।
मनचाहे दूल्हा/दुल्हन से बियाह की आस में 35 पार हो चले लोगों के दामन में 'बसपन' का प्यार जुड़ जाए।
मैदान में दौड़ मार-मारके उकड़ रहे लौंडों की मिलिट्री में बहाली की सारी प्रक्रिया पार हो जाए।
कोरोना/फ्लोरोना का इंफेक्शन होने पर भी इसके विषाणु सर्दी के पियरका पोटे की तरह नाक से बह जाएं।
विशेष अगले साल मिलने (जीने) पर।
तुम्हारा,
श्रीकांत सौरभ
No comments:
Post a Comment
आपके सुझाव का स्वागत है!