अंजोर Anjor

अब पढ़ता कोई नहीं लिखते सभी हैं, शायद इसलिए कि सबसे अच्छा लिखा जाना अभी बाकी है!

12 April, 2020

कृत्रिम आवरण से बाहर निकल प्रकृति को महसूस कीजिए

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यदि आप एक अरसे के बाद शहर से गांव में आए हैं। लॉक डाउन में फंसे हैं। एंड्राइड पर फेसबुक, व्हाट्सएप्प, टिक टॉक, यूट्यूब के गाने, नेटफ्लिक्स ...
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10 April, 2020

डियर कोरोना अब वापस चली भी जाओ

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डियर कोरोना Hate you less love more! मैं इन दिनों तुमसे थोड़ा-थोड़ा डरने लगा है। डर अपने संक्रमित होने का नहीं, अपनों के खोने का है। हमार...
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09 April, 2020

"यहां ना तो कोई भूख से मरता है, ना ही अकेलेपन के अवसाद में आत्महत्या का ख्याल आता है"

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काका 70 वर्ष के हो चले हैं। उस जमाने के इंटर पास हैं। जब मैट्रिक पास करते ही दारोगा या मास्टर की नौकरी मिल जाती थी। लेकिन जमीन की ठाट ने नौ...
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07 April, 2020

भारत के विश्व गुरु बनने की राह में रोड़े और उपाय

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कुछ दिन पहले बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडे लंदन गए थे। वहीं से उन्होंने फेसबुक पर लाइव होकर कहा था, हमारा देश पूरी दुन...

पेट रुपया, डॉलर, यूरो से नहीं, अनाज से ही भरता है

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पत्नी - 'ए जी सुन$ तानी कि ना?' 'कह$ ना, का कहत बाड़ू?' पत्नी की आवाज सुन पति ने रिमोट से टीवी का वॉल्यूम कम करते हुए कहा।...
21 February, 2020

LOVE स्टोरी - अधूरी चाहत

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"मने एकदमे भुचड़ हैं आप! हम बोल रहे हैं कि ई टुटलका धरमशाला की पीछे जो जामुन का पेड़ है। उसकी तरफ़ देखिए। और आप हैं कि एने-ओने देखे जा रह...
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15 February, 2020

नियोजित शिक्षकों की कहानी - 'हड़ताल'

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"मित्रो, इस कुम्भकर्णी सरकार की ईट से ईट बजा देंगे हम लोग। वेतनमान भीख नहीं, हमारा अधिकार है। और हम इसे लेकर रहेंगे!", यह कहते हु...
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11 February, 2020

विद्या कसम है तुमको, ये 'लभ लेटर' जरूर पढ़ना

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प्यारी सैंकी , आज नौ फरवरी है। हिंदी के लास्ट परीक्षा के साथ हमारा आईएससी का एक्जाम बीत गया। अंगरेजी आ केमेस्ट्री तनि कमजोर गया है। मने च...
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08 February, 2020

लघु कहानी - मन की बात

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पत्नी - "ए जी, सुनते हैं पमी के पापा! भेलेन्टाइन डे नियरा गया है। उस दिन फिलिम दिखाने ले चलिएगा न 'सिनेपोलिस' में?" ऑफि...

लघु प्रेम कहानी - वैलेंटाइन वीक

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मोबाइल पर चंदू : "हैलो, चिंकी।" चिंकी : "हां, हैपी रोज डे! चंदू : "अरे वाह, सेम टू यू! विश करने के लिए पहिले हम फोन...
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06 February, 2020

'क्या वाकई में बसंत सबको एक समान महसूस होता है?'

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सरेह में दूर-दूर तक फैले खेतों में लहलहाते गेहूं के हरे-पौधे! उनके बीच में उगे पीले-पीले सरसों के फूल! आंखों को ग़ज़ब का सुकून दे रहे हैं। यू...
15 January, 2020

लंबी कहानी : छेनीपुर का विनु

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भाग -1 राजाराम पहाड़ की घाटियों के बीच बसा एक छोटा सा गांव, छेनीपुर। 'मधुआ' विधानसभा में आता है। शहर की सभ्यता से कोसों दूर। जिधर ...
06 January, 2020

जिन्हें फिल्म 'DDLJ' के राज-सिमरन की तरह प्यार नसीब नहीं, उनके लिए

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बसंत आ गया। दिख रहा है, खेतों में फुलाए पीले-पीले सरसों की पंखुड़ियों में। अंगड़ाई लेते मटर, गेंहूं के हरिहराए पौधों में। महसूस हो रहा, फफनाक...

'नीचे इश्क है उपर रब है, इन दोनों के बीच में सब है'

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मित्रो, अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक साल का पहला दिन था। आज पांच बजे ही नींद टूट गई। आदत के मुताबिक मोबाइल लेकर टीपने लगा। सोचा, दो घण्टे पह...
01 January, 2019

पान बेंचने वाले इस पंडित जी के संघर्ष की दास्तान सुन, आप भी रह जाएंगे हैरान

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मोतिहारी। मजबूरी का नाम भले ही महात्मा गांधी हों या ना हों। लेकिन संघर्ष का दूसरा नाम शर्मा जी जरूर हो सकते हैं। एक रोज रिपोर्टिंग को लेकर ...
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नाचीज़ की तारीफ़

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श्रीकांत सौरभ
कनछेदवा, मोतिहारी, बिहार, India
साहित्य के अथाह समंदर का नवोदित तैराक हूं। किसी भी एक भाषा का मुक़म्मल ज्ञान नहीं, देवनागरी से बेपनाह मोहब्बत है। मेरा लिखा पढ़कर प्यार लुटाइए या नाराज़गी जताइए। लेकिन अपनी भावनाओं को छुपाइएगा मत।
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